चुदक्कड़ पड़ोसन को बर्थडे गिफ्ट देकर अपना बनाया

उसके बाद मैंने उसके कपड़े उतारे और उन्हें फर्श पर बिछा दिए. फिर उसने मेरे कपड़े भी निकाल दिए. अब मैंने उसे अपना लन्ड चूसने को कहा तो उसने अपनी चूत चाटने की भी बात की. तो मैं उसकी बात मान गया. फिर पहले मैंने अपना लन्ड उसके मुंह में दिया तो वो बिलकुल सेक्सी फ़िल्म की हीरोइन की तरह चूसने लगी और उम्म उम्म की अवाज निकालने लगी. जिससे मुझे तो पता चल ही गया था कि साली को लौंडे लेने का शौक है और ये पक्की चुदक्कड़ है…

हेलो दोस्तों, मेरा नाम कमल है और मैं राजगढ़ का रहने वाला हूँ. मेरी यह कहानी मेरे मुहल्ले में रहने वाली एक लडकी और मेरे बीच की है. उस लड़की का बदला हुआ नाम निकी है.

निकी दिखने में ठीक – ठाक है और उसका फिगर भी बिलकुल सॉलिड है. वह हल्के सांवले रंग की है लेकिन है बहुत ही सेक्सी. निकी से मे बिलकुल फ्रैंकली बात करता हूँ. मुझे उसकी मटकती गांड देख कर उस को चोदने का दिल करता था लेकिन मीठी मजबूरी यह है कि मैं उससे कुछ कह नहीं पाता हूँ.

एक दिन हम यूं ही बैठे बात कर रहे थे तो उसने मुझसे पुछा कि तुम मेरे जन्मदिन पर मुझे क्या गिफ्ट दोगे? तो मैंने कहा, “अभी इंतजार करो, जन्मदिन वाले दिन देख लेना”. फिर शाम को घर आ कर मैंने अपना दिमाग लगाया और फिर बाथरूम में जाकर मैंने अपने हथेली जितने बड़े लन्ड पर ‘निकी ओनली यू’ लिख लिया और फिर लन्ड की फ़ोटो खींच कर मोबाइल में रख लिया.

अगले ही दिन उसका जन्मदिन था. तो जब वो मुझे मिली तो मैंने उससे कहा कि आओ तुम्हें तुम्हारा गिफ्ट दिखाता हूँ, अगर पसंद आए तो बताना. फिर मैंने अपने मोबाइल में उसे अपने लन्ड का फोटो दिखाया तो वह बिना कुछ कहे ही चली गई.

अगले दिन जब मे बाहर से घर वापस आया तो निकी मुझे मेरी भाभी के पास बैठी हुई मिली. उसे भाभी के पास देख कर मेरी तो उस समय गांड ही फट गई. अब मैं अपने कमरे में चला गया. फिर जब कुछ देर बाद वो मेरे कमरे में आई तब मैंने उससे पुछा कि तुमने कल वाली बात भाभी को तो नहीं बताई?

तब उसने कहा, “अभी तो नहीं बताई है लेकिन अगर तुम मुझे मेरा गिफ्ट नहीं दोगे तो मैं जरूर बता दूंगी. फिर कमरे से जाते वक्त उसने कहा, “मैं वही कल वाला ही गिफ्ट लूंगी”. ये सुनते ही मैं खुशी झूम उठा.

फिर मैंने अपनी झाटें बिलकुल साफ कर ली और शाम को उसके घर के पास गया तो वो मुझे अपने घर के बाहर ही खडी मिली. फिर मैंने उसके पास जाकर पूछा कि कहां मिलोगी? तब उसने कहा कि रात 11 बजे जब मैं गेट खोलूं, तब तुम जल्दी से अन्दर आ जाना.

फिर मैं घर वापस आ गया और रात के 11 बजे का इंतजार करने लगा. रात हुई, 11 बज गए. तब पूरी तैयारी के साथ मैं उसके पास गया और थोड़ी दूरी पर रुक कर गेट खुलने का इन्तजार करने लगा. कुछ देर बाद गेट खुला और मैं अन्दर घुस गया.

अंदर जाते ही हम गेट के पास बने बथरूम में घुस गए और एक – दूसरे को करीब 10 मिनट तक चूमते रहे. इस दौरान मैं उसके बूब्स को भी दबाता रहा और वो मेरे लन्ड को सहलाती रही.

उसके बाद मैंने उसके कपड़े उतारे और उन्हें फर्श पर बिछा दिए. फिर उसने मेरे कपड़े भी निकाल दिए. अब मैंने उसे अपना लन्ड चूसने को कहा तो उसने अपनी चूत चाटने की भी बात की. तो मैं उसकी बात मान गया. फिर पहले मैंने अपना लन्ड उसके मुंह में दिया तो वो बिलकुल सेक्सी फ़िल्म की हीरोइन की तरह चूसने लगी और उम्म उम्म की अवाज निकालने लगी. जिससे मुझे तो पता चल ही गया था कि साली को लौंडे लेने का शौक है और ये पक्की चुदक्कड़ है.

फिर मैंने उसके मुंह को चोदना शुरू कर दिया. करीब 5 मिनट बाद मैंने अपना सारा माल उसके मुंह में ही डाल दिया और उसने मेरा पूरा माल पी लिया.

अब मेरी बारी थी. तो हम फर्श पर लेट कर 69 की पोजीसन में हो गए. फिर दोबारा उसने मेरे लन्ड को चूसना चालू किया और मैं उसकी चूत को चाटने लगा. इस दौरान मैं अपनी अंगुली उसकी चूत में अन्दर – बाहर करता गया. अब वो अपने हाथ से मेरा सर अपनी चुत में दबाने लगी.

करीब 2 मिनट के बाद मेरा लन्ड फिर से सख्त हो गया और फिर मैंने उठ कर उसकी टांगें फैला दी और उसके ऊपर आ गया. अब मैं उसको चूमने लगा. इधर मैं अपने लन्ड से उसकी चूत को रगड़ रहा था और हाथ से उसके एक बूब्स को दबा रहा था और बीच – बीच में एक बूब्स के निप्पल को अपने मुँह में लेकर चूस भी रहा था.

मेरी इस उत्तेजक क्रिया से उसके मुँह से ‘सी सी…ऊ ऊ..उफ उफ’ की अवाजें निकल रही थी और वो वासना में एकदम डूब चुकी थी. अब वह अपने ही हाथों से मेरे लौड़े को अपनी चूत में दबाने लगी और फिर धीई से मेरे कानों में कहा, “डालो ना, अब मुझसे बिलकुल भी रहा नहीं जा रहा है मेरे राजा”.

फिर मैंने अपनी पैंट की जेब टटोली और कंडोम निकाल कर अपने लन्ड पर चढाया और उसके ऊपर आ गया. अब मैंने उसकी चूत में अपना लन्ड रख दिया और दबाव डालने लगा तो मेरा लन्ड फिसल गया. चूंकि अंधेरे में कुछ दिखाई भी नहीं दे रहा था तो मैंने उसे मेरा लन्ड उसकी चूत पर सेट करने को कहा और उसने मेरा लन्ड अपनी चूत के छेद पर लगा लिया.

अब मैंने दबाव बनाया तो मेरा आधा लन्ड उसकी चूत में घुस गया. वैसे तो उसकी चूत फटी हुई थी लेकिन थोड़ी टाइट थी और भीतर से बिलकुल गर्म भी थी. अब मेरे शरीर में तो एक अलग सी लहर दौड़ने लगी थी. मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेरी पूरी जान उसकी नरम – नरम सी चूत में समा गई हो.

फिर मैं थोड़ा सा रुका और एक जोर का झटका मारा. अब उसने एक दम से अपनी छाती ऊपर उठाई और बोली, “ऊईईई मां, मर गई. थोडा पीछे करो आ”. फिर मैंने धीरे – धीरे करके उसे चोदना चालू कर दिया. अब वह भी अपनी गांड उठा रही थी.

तब मैंने लम्बे – लम्बे शॉट लगाना शुरू कर दिया. वो “आ हा हा आ आआई ऊ साले, क्या आज मेरी चुत का भोसड़ा ही बना दोगे?” उधर पूरे बाथरूम में फच – फच पटा पट की अवाज गूंज रही थी. हमारी किस्मत अच्छी थी कि घर में कोई उठा नहीं.

फिर करीब 10 मिनट की चुदाई के बाद मैं झड़ गया. जोर के झटकों के कारण ही शायद कंडोम फट गया था और सारा माल उसकी चूत में भर गया. इसी दौरान वो 2 बार झड़ चुकी. उसके चूत रस और मेरे वीर्य से उसकी चूत एक दम से लबा लब हो चुकी थी.

अब हम कुछ देर तक एक – दूसरे की बाहों में वैसे ही पडे रहे! फिर कुछ देर बाद मैं अपने कपड़े पहन कर जाने लगा तो उसने मेरा हाथ पकड़ कर किस दिया और कहा, “अब से मैं सिर्फ तुम्हारी हूँ. आई लव यू जानू”. फिर मैंने भी उसे गले लगाकर आई लव यू बोला और घर चला आया.

अगली बार मैं आप सब को बताऊंगा कि कैसे मैंने निकी की दम दार चुदाई की वो भी उसी के घर में बिलकुल अकेले. आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी? आप सभी मुझे मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी