पड़ोसन ने मुझे दूध पिलाया

अब पूरे कमरे में उसकी सिसकियाँ ही सुनाई दे रही थी. फिर उसने मेरे सर को अपने बोबो में इतना ज़ोर से दबा दिया कि मुझे साँस भी नहीं आ रही थी. अब मैं बेकाबू हो गया था. फिर मैंने उसके बूब्स पर जोर से काट लिया…

हेलो दोस्तों, मेरा नाम राज (परिवर्तित) है और मैं जयपुर का रहने वाला हूँ. ये मेरी पहली चुदाई की कहानी है. उस समय मैंने एक विवाहिता अनु (परिवर्तित) की चूत को बजाया था.

कहानी शुरू करने से पहले मैं थोड़ा अपने बारे में बता दूं. दोस्तों, मैं 23 साल का एक नॉर्मल सा दिखने वाला बंदा हूँ लेकिन गठीला बदन होने की वजह से थोड़ा स्मार्ट भी हूँ. मेरे लंड की लंबाई भी ठीक – ठाक ही है लेकिन मेरा लन्ड कोई 8-10 इंच का नहीं है, जैसा कि यहाँ पर कुछ लोग लिखते हैं.

अब मैं अपनी कहानी पर आता हूँ. बात सर्दियों की है उस समय हमारे यहाँ बहुत ठंड पड़ रही थी. उस ठंड में मैं बाजू में रहने वाली भाभियों को देख कर और अपना लन्ड हिला कर ही काम चला लेता था. दोस्तों, मैं एक फ्लैट लेकर रहता हूँ और वहां पर बहुत सी भाभियां रहती हैं पर कोई भी मुझे भाव नहीं दे रही थी.

ऐसे में मुझे एक मोबाइल नंबर हाथ लगा. उस नम्बर को मैंने तुरंत ही अपने मोबाइल में सेव करके व्हाट्सएप पर देखा तो प्रोफाइल पिक पर एक सुंदर सी लड़की की फोटो दिखाई दी. वह मेरी पड़ोस की ही थी. यह देखते ही मेने तुरंत ‘हाय’ लिख कर मैसेज कर दिया.

थोड़ी देर बाद उन्होंने भी ‘हाय’ लिख कर रिप्लाई कर दिया और फिर हमारी बातें होने लगीं. उन्होंने मुझे अपना नाम ब्यूटी बताया और कहा कि वो सारे दिन घर में बोर होती रहती है. इतनी बात करने के बाद भी उसने मुझसे कोई खास बात नहीं की लेकिन साथ ही उसने ये भी बोला कि शाम को मैसेज मत करना मेरे पति आ जाते हैं.

यह सुन कर मुझे लगा कि यहां बात बन सकती है. उस दिन हमने बहुत बात की और फिर मैंने अनु से कॉल करने के लिए पूछ लिया तो अनु ने तुरंत ही हामी भर दी. फिर हमने बात की.

दूसरे दिन मैंने अनु को मैसेज किया और सीधा उनसे मेरे घर के लिए पूछ लिया. जब वह आई तो मैंने देखा कि उसको जुकाम हुई थी तो मैं उससे बोला कि यार हमें जुकाम हो तो फिर भी समझ में आता है लेकिन आपके पास तो हीटर है उसमें सेंक लिया करो.

खैर, यह सुन कर अनु ने मुझे बहुत नॉटी कहा. फिर मैं सीधे मुद्दे पर आ गया. अब मैंने उनसे चाय के लिए पूछा ताकि उन्हें सर्दी से तोड़ा आराम मिल जाए तो उन्होंने मना कर दिया. फिर मैंने कॉफी के लिए पूछा तो उसके लिए भी उन्होंने मना कर दिया.

अब मैंने तपाक से बोल दिया चलो फिर वो वाली कॉफी पी लेते हैं। तो उन्होंने कुछ नहीं कहा और पूछा कि तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है क्या?

इस पर मैंने कहा, “अगर गर्लफ्रेंड होती तो इस ठंड मे आपसे थोड़े ही बातें कर रहा होता और उसी के साथ कॉफी भी पी रहा होता. फिर थोड़ी देर इधर – उधर की बात करने के बाद वो वापस अपने घर चली गईं.

फिर कुछ दिन तक हम रोजाना बात करते रहे और मैं हमेशा अनु से कॉफी के लिए बोल देता था. जिस पर वो कोई जवाब नहीं देती थी और बात को टाल जाती थी.

लेकिन फिर एक दिन वो बोली कि यदि मैं तुमको कॉफी पिला दूं तो तुम दोस्तों में मुझे बदनाम तो नहीं करोगे? तो मैंने ऐसा न करने की बात कही. फिर उसने मुझसे कहा वादा करो कि तुम कंडोम का इस्तेमाल करोगे. तो मैंने कंडोम का इस्तेमाल करने का वादा किया. फिर अनु ने मुझे अपनी कुछ न्यूड फ़ोटो भेजी और अगले दिन आने का बोल दिया.

वो मुझसे थोड़ी ही दूर रहती थी. फिर उस रात मैंने अनु को सोच – सोच कर पूरी रात मुट्ठी मारी. और फिर मेरे लौड़े को साफ कर के सारे बाल हटा दिए और सो गया.

सुबह उसका कॉल आया. उसने बोला कि मैं यहां खड़ी हूँ, आप मुझे लेने आ जाओ. वहां पहुंच कर जब मैंने उसे देखा तो देखता ही रह गया. खुले गीले बालों में वो एक दम माल लग रही थी. उसने एक नीले कलर की साड़ी पहनी हुई थी, जिसमें से उसका पेट दिख रहा था. उसका फिगर 32-26-36 का था. उस ड्रेस में वो मुझे छोटी सी परी लग रही थी.

फिर मैंने बाइक रोकी तो तुरन्त ही वो उस पर बैठ गई लेकिन मैं थोड़ी देर रुका रहा तो वो बोली, “अब लेकर चलोगे कि खड़े ही रहोगे”. इतना बोलने के साथ ही उसने एक कातिल स्माइल दी. उधर बाइक पर बैठते ही उसने मेरी जांघ पर हाथ रख दिया था और हल्के से मेरे लन्ड को टच भी कर दिया, जिससे अब मेरा लंड फटने को हो गया था.

जिसे देख कर वो बोली, “ये तो अभी से ही तैयार है, कहीं लक्ष्य पर पहुंचने से पहले ही ख़त्म न हो जाए” और फिर वह हंसने लगी. वो मुझसे एक दम चिपक कर बैठी थी और अपने बूब्स मुझे टच करा रही थी. मेरा मन कर रहा था कि साली को यहीं पर ठोक दूं.

लेकिन फिर भी मैंने खुद पर कंट्रोल किया और उसको एक चॉकलेट दी. जिस पर वो बोली, “तुम तो काफ़ी शौकीन लगते हो” और फिर उसने मेरे लन्ड को दबा दिया.

फिर मैंने बाइक स्टार्ट की और हम फ्लैट पर पहुंच गए और अंदर आते ही एक – दूसरे को चूमने लगे. वो भूखे शेर की तरह मुझ पर टूट पड़ी. हम दोनों मस्ती में डूब कर एक – दूसरे को जोरदार तरीके से किस कर रहे थे.

हमने एक – दूसरे को करीब 10 मिनट तक किस किया. जिससे दोनों के पूरे चेहरे थूक से सन गये थे. फिर मैंने उसके बूब्स पर हाथ रखा तो वो बोली जानू तुम्हारा पहली बार है और मेरा सबसे सॉलिड वाला आराम से करना.

फिर मैंने अनु को बिस्तर पर धक्का दे दिया तो वो बिस्तर पर गिर गई और लेटे हुए अपनी स्माइल से मुझे उत्तेजित करने लगी थी. फिर मैंने उसकी साड़ी को साइड में किया और ब्लाउस के ऊपर से ही उसके बूब्स को दबाने लगा. जिससे वो आहें भरने लगी.

अब पूरे कमरे में उसकी सिसकियाँ ही सुनाई दे रही थी. फिर उसने मेरे सर को अपने बोबो में इतना ज़ोर से दबा दिया कि मुझे साँस भी नहीं आ रही थी. अब मैं बेकाबू हो गया था. फिर मैंने उसके बूब्स पर जोर से काट लिया.

जिससे वो सिहर सी उठी और बोली, “ब्लाउस फड़ोगे क्या? मुझे वापस घर भी जाना है” फिर उसने और तुरंत अपना ब्लाउज निकाल दिया और मैंने उसकी साड़ी खींच ली.

अब वो मेरे सामने सिर्फ पेटीकोट और ब्रा में पड़ी थी. फिर मैंने देर न करते हुए उसके पेटीकोट का नाड़ा खींच लिया. जिससे वो मेरे सामने पैंटी में आ गई.

काली ब्रा और पैंटी में वो पूरी मॉडल लग रही थी. फिर मैंने उसकी उसकी गर्दन पर चूमा और फिर धीरे – धीरे नीचे आने लगा और उसकी ब्रा को ऊपर करके उसके निप्पल्स को चाटने और चूसने लगा. चूंकि यह मेरा पहली बार था इसलिए मैंने देर न करते हुए अपना मुंह सीधा उसकी चूत के मुँह पर लगा दिया.

मुझे उसके पानी का टेस्ट बहुत गजब लगा. वो इतनी गीली हो चुकी थी कि उसके गीलेपन को देखते हुए मैंने तुरंत ही अपना लन्ड पर कंडोम लगाया. उसने अपनी आँखें बंद कर रखी थी और सिसकियां भर रही थी. कंडोम लगाने के बाद मैंने तुरंत ही अपना लंड उसकी चूत में पेल दिया. वो इस हमले के लिए तैयार नहीं थी. इसलिए उसके मुंह से एक जोरदार आवाज निकल गई. तो मैंने उसके मुंह को हाँथ से दबा दिया.

थोड़ी देर बाद वो बोली, “पागल, अब तो मैं तुम्हारे नीचे ही हूँ इसलिए आराम से करो. मेरी चूत की ज़्यादा चुदाई नहीं हुई है इसलिए अभी टाइट ही है. यदि इतनी शिद्दत से मेरा पति मुझे चोदता तो आज मैं तुम्हारे नीचे नहीं होती.

इस दौरान उसकी आँखों में आँसू आ गए थे. यह देख कर मैंने झटके बंद कर दिए और उससे बातें करने लगा. तो उसने कहा कि अब मैं जो कह मेरी हूँ उसे मत सुनो और मुझे ऐसे चोदो कि मेरी जान निकल जाए.

अब मैंने तुरंत ही अपने झटकों की रफ़्तार बढ़ा दी. उसकी चूत में इतना पानी था कि मेरे को झरने का सा एहसास हो रहा था. इस दौरान वो अपने पति को गाली दिए जा रही थी और कह रही थी, “ये होता है लन्ड, इसको कहते हैं. तुम साले नामर्द हो.”

फिर हम दोनों अलग हो गए थे और एक – दूसरे को चूम रहे थे. वो मुझे इतना उतेज़ित कर रही थी कि मैंने उसको लिटा कर चाटना शुरू कर दिया था लेकिन अब वो दीवार के सहारे बैठ चुकी थी.

हम दोनों की साँस अब उखाड़ चुकी थी और हम दोनों ही झड़ने वाले थे. करीब 12 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों का हो गया था. अब उसकी आँखों में आंसू, चेहरे पर स्माइल और सांसों में उखड़न थी.

फिर जब हमने देखा तो कंडोम फट चुका था और उसकी चूत से सफेद पानी बाहर आ रहा था. यह देख कर वो बोली, “कोई बात नहीं तुम आज जितना चाहो चोद लो, मैं टेबलेट ले लूँगी.”

उस दिन हमने कुल 3 बार किया और फिर वो चली गयी.
उसने कहा की यदि उसको उसके पति से बच्चा नहीं हुआ तो मुझसे ही करवाएगी लेकिन फिर उसके पति का तबादला हो गया और अपने पति के साथ वो भी चली गई.

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