तलाकशुदा की चुदास

फिर मैं नीचे गया और मैंने उसके दोनों पैर अपने हाथों में ले लिए और उसकी पैरों की उंगलियों को अपने मुंह में ले लिया. वो इतनी उत्तेजित हो गयी कि लग रहा था बस अभी झड़ जाएगी. उसके साथ किसी ने कभी भी ऐसे नहीं किया था. वो एक दम नशे जैसी हालात में लग रही थी…

मैं अपने रियल एक्सपीरियंस की बहुत सी कहानियां लिख चुका हूँ और मेरी कहानियों के मुझे बहुत अच्छे फीडबैक मिले और सब को मेरा प्री और पोस्ट सेक्स वाला पार्ट बहुत पसंद आया.

मेरी आपबीती सब को इतनी पसंद आयी कि मुझे बहुत सी लड़कियों ने सेक्स लिए आमंत्रण तक दे ड़ाला. माफ़ कीजिएगा लड़कियों मैं भोपाल, मध्य प्रदेश में रहता हूँ और किसी की सेक्स की ललक को पूरा करने के लिए मणिपुर, उत्तराखंड, नेपाल नहीं आ सकता.

मुझे मिले इन आमंत्रणों में से एक लड़की ऐसी भी थी जोकि भोपाल की ही रहने वाली थी और मुझे उसका मेरे साथ सेक्स करने का कारण भी सही लगा. तो मैंने उसका निवेदन स्वीकार कर लिया.

उसका नाम रावी (बदला हुआ नाम ) था. वह 27 साल की एक तलाकशुदा लड़की थी. उसका पति 1 साल पहले किसी और लड़की के चक्कर में उसे छोड़ कर चला गया था. चूंकि उसके माँ – बाप का देहांत हो चुका था इसलिए वो अपनी छोटी बहन के साथ भोपाल में ही रहती थी.

वो एक प्राइवेट बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत है और उसकी बहन अभी इंजीनियरिंग के फाइनल ईयर में पढ़ती है. 6 महीने पहले जब उसने मुझे बताया कि वो अपनी सेक्स की ललक को नहीं बुझा पाती है और फिर उसने मुझसे आग्रह किया तो मैंने उसकी मदद करने के लिए हाँ कर दी.

हम अब ईमेल पर बात करने लगे. ये सारी बातें उसने मुझे ईमेल पर ही बताई थी. जब मैंने उससे उसकी फोटो मांगी तो पहले वो थोड़ा हिचकिचाई लेकिन बाद में फिर मान गयी. वो एक सुन्दर लड़की थी. उसके चेहरे पर मासूमियत थी और एक छुपा हुआ सा दर्द भी था. उसकी फोटो देख कर मैंने मन में सोचा कि कोई ऐसी प्यारी लड़की को छोड़ कर जा कैसे सकता है.

फिर मैंने उससे सेक्स के बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसकी बहन की रोज़ कोचिंग रहती है और शनिवार और इतवार को कोचिंग की टाइमिंग ज्यादा लम्बी रहती है तो ऐसे में मैं वीकेंड्स में कभी भी उससे मिलने आ सकता हूँ.

अब हमने ईमेल पर ही दिन डिसाइड कर लिया और फिर मैंने उसे सारी तैयारियां कर के रखने को कहा. इस पर उसने झट से कहा, “जो हुकुम मेरे मालिक”. यह सुन कर मैं जोर – जोर से हँसने लगा. फिर मैंने उसे अपना फ़ोन नंबर उसे दे दिया और उसने मुझे भी अपना नंबर और अपने घर का पता दे दिया.

आखिर वो दिन आ ही गया. हम दोनों एक – दूसरे से मिलने के लिए तैयार थे. उसने मुझे सुबह 8 बजे फ़ोन करके आने को कहा. मैं तुरंत तैयार होकर 9 बजे तक उसके घर पहुँच गया. उसका घर भोपाल के एक अमीर इलाके में था. जहां एक घर इतना बड़ा होता है कि एक घर की आवाज़ दूसरे घर तक नहीं पहुँच पाती. मैंने डोर बेल बजायी तो उसने दरवाज़ा खोला. मैं उसकी सूरत देखता ही रह गया. वो बहुत ही प्यारी सी लड़की थी.

उसकी हाइट करीब 5 फुट 1 इंच रही होगी और उसका रंग गोरा, बड़ी – बड़ी आँखें, गोल मटोल गाल, छोटी सी नाक, प्यारे से होंठ जिन पर एक क्यूट सी स्माइल थी. उसने सफ़ेद रंग का टॉप पहन रखा था. जिसमें सामने की तरफ दो बटन थे. उसने नीचे एक लॉन्ग स्कर्ट पहना था.

उसकी आवाज़ बहुत ही आकर्षक थी. मैंने इससे पहले उससे बात नहीं की थी. हम ज्यादातर ईमेल से ही बात करते थे और फ़ोन पर मैंने इतना गौर नहीं किया था.
उसने मुझे देखा ओर पूछा, “क्या आप तेज हैं?”

तो मैंने कहा – जी, मैं ही तेज हूँ.

इस पर उसने मुझे अंदर बुला लिया और मैं धन्यवाद देता हुआ अंदर चला गया. हम दोनों अंदर आये और फिर उसने मुझे सोफे पर बिठाया और मेरे लिए पानी लेने चली गयी. इस दौरान मैंने उसका घर देखा. क्या कमाल का घर था! घर पूरी तरह से सुसज्जित, भीनी – भीनी गुलाब की खुशबू वाले रूम फ्रेशनर, कुल मिला कर सब कुछ बेस्ट था.

जब वो मेरे लिए पानी और चाय लेकर आयी तो मैंने उसे उसके घर के लिए कॉम्प्लेमेंट किया तो उसने थैंक्स कहा और फिर हम बातें करने लगे. हम ने बहुत सी बातें की और हमें वक़्त पता ही नहीं चला.

इसी बीच मैंने उसे अपने पास आते देखा तो मैं भी देर ना करते हुये आगे बढ़ा और हम किस करने लगे. मैं बता दूं कि वो बहुत अच्छा किस करती है. और उसके किस करने के तरीके को देख कर कोई भी नहीं कह सकता कि ये लड़की सेक्स की भूखी है.

फिर हमने लगातार 15-20 मिनट तक किसिंग की. अब हम दोनों सेक्स के लिये पागल हुए जा रहे थे तो मैंने उसे अपनी बाहों में उठा लिया और उससे बैडरूम का रास्ता पूछा तो उसने मेरी आँखों में कामुक निगाहों से देखा और बैडरूम की तरफ इशारा करते हुए कहा, “उस तरफ”.

अब मैंने उसे बेडरूम ले जाकर कर पलंग पर लेटा दिया और फिर से किस करने लगा. इस बार मैं उसके होंठ, गाल, गर्दन, सभी जगह किस करने लगा. जिससे वो ज़ोर – ओर से सिसकियां ले रही थी और मेरे बालों में उंगलियां फेर रही थी.

फिर मैं नीचे गया और मैंने उसके दोनों पैर अपने हाथों में ले लिए और उसकी पैरों की उंगलियों को अपने मुंह में ले लिया. वो इतनी उत्तेजित हो गयी कि लग रहा था बस अभी झड़ जाएगी. उसके साथ किसी ने कभी भी ऐसे नहीं किया था. वो एक दम नशे जैसी हालात में लग रही थी.

मैं धीरे – धीरे ऊपर बढ़ा और उसका स्कर्ट ऊपर करता हुआ उस पर चुम्बनों की बारिश करने लगा. मेरे हर एक किस से वो और भी जोर से सिसकिया लेने लगी. अब मैं ऊपर बढ़ता हुआ उसकी जांघों तक पहुँच गया. उसकी जांघें सुर्ख सफ़ेद और चिकनी थी. मैं उसकी जांघों पर किस के साथ – साथ चाटता जा रहा था. जो उसकी उत्तेजना को और तेजी से बढ़ा रहा था.

अब मैंने उसकी चूत देखने के लिए उसका स्कर्ट ऊपर किया तो मैंने पाया कि उसकी पैंटी पूरी तरह से गीली हो चुकी है और उसमें से पानी बह रहा है. उसकी चूत की मादक महक मुझे मदहोश कर रही थी. जिसे देख कर मैं उसकी चूत की ओर खिंचा जा रहा था.

अब मैंने उसकी चूत पर पैंटी के ऊपर से ही किस किया और ज़ोर से अपने मुंह को उसकी चूत की दरार में चिपका दिया. जिससे उसकी बहुत ज़ोर की सिसकारी निकल पड़ी. मैंने मन में सोचा की इसका पैंटी के ऊपर से ही ये हाल है तो अंदर से तो ये फूट पड़ेगी.

फिर मैंने उसकी गांड पकड़ कर उठाया और उसकी चिकनी चमचमाती हुई चूत को पैंटी की कैद से आज़ाद कर दिया. उसकी चूत काफी दिनों से चुदी नहीं थी. उसकी चूत बिल्कुल चिकनी और सफ़ेद थी. उसकी चूत की दरार में से एक खड़ी लंबी लाल गुलाबी रंग की लाइन दिख रही था.

फिर से मैं उसकी चूत की तरफ बढ़ा और उसकी चूत में अपनी जीभ ड़ाल दी. उसकी चूत मानो एक गरम चोको लावा केक जैसा अनुभव करा रही थी. मेरी जीभ उसकी चूत के हर हिस्से को चाट रही थी. कभी उसकी चूत के बॉर्डर को तो कभी चूत के अंदर तक तो कभी उसका जी स्पॉट को चूसने लगा. मैंने काफी देर उसकी चूत चाटते चाटते अपनी स्पीड बढ़ा दी और उसकी चूत का रस पान करने के लिए तैयार हो गया.

उसकी सिसकियाँ और तेज होती जा रही थी. जल्दी ही वो झड़ने वाली थी. अब मैंने अपनी स्पीड बढ़ाई और उसकी चूत को कुत्ते की तरह चाटने लगा. तभी उसने एक बहुत ज़ोर की सिसकी ली और “आह आह अम्म्म अआह’ करते हुए अपनी चूत के पानी का फ़व्वारा मेरे मुंह पर दे मारा. अब मेरा मुंह उसके चूत के रसों से भर गया था. फिर मैं उसे पी गया. उसकी चूत से अब भी पानी निकल रहा था जिसे मैंने फिर से चाटना शुरू कर दिया. मैंने उसकी चूत को चाट चाट कर फिर से चिकनी कर दी.

अब वो मेरे सामने गिड़गिड़ाने लगी और कहने लगी “अब बहुत हो गया, अब मेरी चूत में अपना लन्ड घुसा दो. अब नहीं रहा जा रहा”

अब मैंने उसकी स्कर्ट निकाल दिया और उसे नीचे से पूरी नंगी कर दिया. अब वो सिर्फ वाइट टॉप और ब्रा में थी. उसकी स्किन और उसके टॉप के कलर में ज़्यादा फर्क नहीं था. फिर मैंने धीरे – धीरे उसकी टॉप के सारे बटन खोल दिए और उसका टॉप निकाल कर फेंक दिया.

अब सिर्फ उसकी ब्रा ही बची थी. उसके मम्मे उसकी ब्रा में नहीं समा रहे थे. दोनों बड़े – बड़े मम्मे उसकी ब्रा के ऊपर से झांक रहे थे, मानो कह रहे हों कि हमें इस कैद छुटकारा दिला दो. फिर मैंने उसको उठाया और उसके होंठों पर ज़ोरदार किस किया और उसके कान, गर्दन, होंठों पर चाट चाट कर उसे और उत्तेज़ित करने लगा और उसके पीछे हाथ डाल कर मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और उसके बड़े – बड़े रसीले मम्मे ब्रा की कैद से आज़ाद करा दिये.

उसके मम्मे बहुत सॉफ्ट थे, जैसे होली वाले पानी से भरे गुब्बारे हों. अब मैं उसकी गोद में अपना सर रख कर उसके मम्मे चूसने और दबाने लगा. बहुत देर तक उसके दूध चूसने और दबाने के बाद मैंने उससे कहा कि वो पलंग के कोने पर आ जाये. वो मान गयी और बैड के कोने पर आ गयी.

मैंने उसकी चूत फिर चाटी और अच्छे से लुब्रिकेट कर दिया ताकि मेरे लंड को अंदर बाहर होने में कोई परेशानी न हो. फिर मैंने उसे मेरा लंड चूसने को कहा तो उसने झट से मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी. वह लंड चुसाई का आनंद मेरे जीवन की बेस्ट फीलिंग थी. वो इतना अच्छा लंड चूसती थी कि मुझे अपना लंड उसके मुंह से निकालने का मन ही नहीं कर रहा था.

अब मैं उसका सर पकड़ कर ज़ोर – ज़ोर से उसके मुंह को चोदने लगा. कई बार तो उसकी साँस अटक गयी. फिर मैंने उसके दूध चोदने की सोची और उसे लेटा कर उसके बोबे भी चोदे.

इसके बाद मैंने उसे पलंग के कोने पर लिटाया और उसके चूतड़ों के नीचे एक तकिया रख कर हाइट सही कर ली. उसकी चूत छोटी सी थी और मेरा लंड लंबा और मोटा था.
फिर मैंने ज़ोर लगाया तो मेरा आधा लंड अंदर चला गया और उसकी तेज चीख निकल पड़ी. फिर मैंने धीरे – धीरे 4 – 5 धक्के मारे जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अंदर – बाहर होने लगा. उसकी चूत बहुत दिनों से नहीं चुदी थी इसलिए बहुत टाइट थी.

अब वो मेरे लंड को पूरी तरह से एन्जॉय कर रही थी और लगातार उसके मुंह से “आह आह अम्म्म” की आवाज़ आ रही थी. पूरे कमरे में मेरे लंड के उसके चूत में जाने की आवाज़ गूंज रही थी. बीच – बीच में मैं अपनी स्पीड कम कर देता था ताकि चोदने का मज़ा और बढ़ जाये.

अब उसने मुझे कहा कि वो झड़ने वाली है तो मैंने भी अपनी स्पीड बड़ा दी और वो ज़ोर से चीखते हुए मुझसे लिपट कर मुझ पर चढ़ गयी और कंपकंपाते हुए मेरे ऊपर अपना रस छोड़ने लगी. उसकी चूत के रस में मेरा तना हुआ लंड पूरा भीग गया था और मेरी जांघो पर बहने लगा था.

मेरा लंड अभी झड़ा नहीं था और पूरी औकात में उसकी चूत को फाड़ते हुए आगे – पीछे हो रहा था. फिर वो मुझसे अलग हुई और मुझे फिर से किस करने लगी और बोली, “थैंक यू जानू, आज मैं कई महीनों के बाद ऐसी झड़ी हूँ”. इतना बोल कर वो फिर से मेरे लंड के ऊपर हिलने लगी.

मैंने उसे बताया की मैं अभी झड़ा नहीं हूँ और अभी और चोदना चाहता हूँ तो वो बहुत खुश हुई और बोली, “चोद दो जानू, आज चोद – चोद के मुझे अपनी रंडी बना लो, फाड़ दो मेरी चूत को और भर दो इसे अपने अमृत से”.

फिर मैंने उससे उसकी फ़ेवरिट पोजीशन पूछी तो उसने मुझे कहा कि वो घुड़सवारी जैसे चुदना चाहती है, तो मैं लेट गया और उसे आपने ऊपर आने को कहा. अब वो मेरे ऊपर आयी और मेरा खड़ा लंड चूसने लगी. मेरा लंड उसके मुख के रस से सन गया. अब वो मेरे लंड की सवारी करने को तैयार थी.

फिर वो मेरे लंड पर चढ़ गयी और मेरे लंड को अपनी चूत की दरार में एडजस्ट करते हुए मेरे तने लंड को अपनी चूत में घुसा लिया. मैं उसकी गोरी – गोरी चूत को अपने लंड के ऊपर नीचे होते हुए देख रहा था. वो अपना मुंह ऊपर की ओर कर के मुझसे चुदने का आनंद ले रही थी. और मैं उसके बड़े – बड़े गोर – गोरे मम्मे उछलते हुए देख कर उनको पकड़ कर दबाना शुरू कर दिया.

अब उसके निप्पल्स मेरे हाथों में थे और मेरा लंड उसकी चूत में था. अब वो मेरे ऊपर – नीचे होते हुए चिल्लाते हुई फिर से झड़ गयी और उसका सफ़ेद पानी उसकी चूत से निकल कर मेरे लंड पर बहने लगा. पर वो अब भी नहीं रुकी और मुझ पर सवारी करती रही.

हम लगातार बिना रुके चुदाई करते रहे और जब वो थक गई तो हमने पोजीशन बदल लिया. अब मैं भी उसके बगल में लेट गया और उसके पीछे से उसकी चूत में लंड पेलने लगा. ये मेरी फ़ेवरिट पोजीशन थी. मेरा लंड इस पोजीशन में पूरा का पूरा उसकी चूत में घुस रहा था. अब मैंने झड़ने का मन बना कर चोदने की स्पीड बढ़ा दी और उसे बता दिया कि मैं झड़ने वाला हूँ तो उसने कहा वो भी फिर से झड़ने वाली है और मेरा साथ देने लगी.

अब हम दोनों जोर – ज़ोर से “आ आह आ आह आह हम्म आह ” करते हुए एक साथ झड़ गए. उसके आदेश अनुसार मैंने अपना सारा वीर्य उसकी चूत में भर दिया और हमारे रस की बाढ़ उसकी चूत से बहने लगी. फिर हम दोनों ने एक – दूसरे को साफ़ किया और कुछ खाने के बाद फिर से चुदाई की.

इस दौरान हमने बहुत तरह के पोसिशन्स ट्राई किए और बहुत सारी मौज मस्ती की. फिर मैंने उसे घर में किचन, बाथरूम, हॉल, सीढ़ियों पर हर जगह चोदा.

मैं अब वीकेंड्स पर उसके बुलाने पर उसे चोदने चला जाता हूँ. एक बार हम चुदाई कर रहे थे और उसकी बहन कोचिंग से जल्दी आ गई और हमें रंगे हाथ चुदाई करते पकड़ लिया.

अब रावी ने अपनी छोटी बहन को समझाया और उसकी हालात के बारे में बताया तो वो समझ गयी. बाद में उस दिन मैंने उसकी बहन को भी चोदा, वो भी भी बहुत टाइट चूत की मालकिन थी. एक बार मैंने रेखा, रावी और रेखा के बॉयफ्रेंड ने मिलकर फोरसम का भी लुफ्त उठाया.

आपको मेरी सच्ची कहानी कैसी लगी? मुझे मेल करके जरूर बताइएगा. मैं हर ईमेल का रिप्लाई करने की कोशिश ज़रूर करूँगा. मेरी मेल आईडी