ऑफिस वाली सिमरन का फाड़ा भोसड़ा

हैल्लो दोस्तों, मैं हूँ तरुण antarvasna और आज बहुत समय बाद कामलीला डॉट कॉम पर अपनी एक सच्ची सेक्स स्टोरी लेकर आया हूँ ये बात आज से 2 साल पहले की है जब ये चुदाई का खेल शुरू हुआ था और आज भी ये खेल चल रहा है, तो मैं आज आपको शुरू से सब कुछ बताता हूँ ताकि आप सब स्टोरी को पढ़कर पूरा मज़ा ले सके।

मेरी पढ़ाई पूरी हो गई थी और मुझे एक कंपनी में सीधे ही मैनेजर की जॉब मिल गई थी दोस्तों मेरा नेचर शुरु से ही काफ़ी अच्छा रहा है इसलिए मैं वहां जाते ही सबका दोस्त बन गया मुझे वहां के करीब 150 लोगों का स्टाफ काफ़ी पसंद करता था मेरे नीचे लड़के, लड़कियां काफ़ी अच्छे से काम कर रही थी मुझे हर कोई पसंद करता था क्योकि मैं सबको समय देता था और सबसे बड़े प्यार से बात करता था मुझे अपनी हर कोई प्राब्लम बताता था जिसे मैं एक सेकेंड में ही खत्म कर देता था ऐसे ही मुझे कंपनी में जॉब करते हुए कबका 1 साल हो गया मुझे पता तक नहीं चला, कंपनी वालो ने मुझे काफ़ी गिफ्ट्स भी दिए क्योकि मैं सबसे अच्छा काम कर रहा था एक साल बाद मुझे कंपनी वालो ने मुझे एक अपनी दूसरी कंपनी में भेज दिया ताकि मैं वहां पर कुछ समय देकर वहां का भी माहोल काफ़ी अच्छा बना सकूँ, मुझे काफ़ी अच्छा लग रहा था वहां पर काम करना पर मुझे अपने पुराने ऑफीस और अपने स्टाफ की बहुत ज़्यादा याद आती थी आख़िर मैं अपनी नई जगह काम करता रहा और वहां भी मुझे देखते ही देखते एक साल हो गया था वहां पर भी मुझे काफ़ी इज़्ज़त और प्यार मिला फिर मुझे वहां के बॉस ने कहा की अब आप अपने ऑफीस में वापिस जा सकते हो आपने यहाँ अपना एक साल देकर यहाँ जो काम और कुछ नये नियम बनाए है अब वो इस कंपनी को हमेशा चलाने के लिए काफ़ी है। फिर मैं वहां से भी काफ़ी इज्जत और गिफ्ट्स और प्यार लेकर वापिस आ गया जब मैं अपने पुराने ऑफीस बिना बताए आया तो सब लोग खुशी से पागल हो गये और मुझे पागलो की तरह आकर मिलने लग गये मुझे ऐसा लग रहा था की मैं बहुत बड़ा हीरो हूँ जो मुझे ऐसे लोग मिलने के लिए आ रहे है। उनका प्यार देखकर मेरी आँखो में से खुशी के आँसू आ गये फिर मेरी नज़र एक लड़की पर पड़ी जो वहां पर नई थी उसे देखकर मैं हैरान रह गया सच में काफ़ी खूबसूरत और सेक्सी लड़की थी।

जैसे ही मेरी नज़र पर उस पर पड़ी तो मेरी नज़र वही पर रुक गई और मैं उसे देखता ही रह गया वो मुझे देख नहीं रही थी और सिर्फ़ अपने ही काम में लगी हुई थी मैं उससे बात करना चाहता था पर मुझे लोग छोड़ ही नहीं रहे थे पहला दिन तो मेरा ऐसे ही सबसे मिलने और दुख सुख में निकल गया अगले दिन जब मुझे तोड़ा समय मिला तो मैंने उसके बारे में पूछा तो मुझे उसका नाम पता चला उसका नाम सिमरन है और उसने वहां पर अभी पिछले 2 महीने से जॉब करना शुरू किया है मैं उसके पास गया और उससे एक दोस्त की तरह बात करना शुरू कर दिया पहली ही मीटिंग में मैंने उसे अपना अच्छा दोस्त बना लिया था फिर हम दोनों करीब 10 मिनट तक ऐसे ही बातें करते रहे तभी उसने मुझे बताया की उसके बॉयफ्रेंड ने उसे छोड़ दिया था इसलिए वो काफ़ी टूट चुकी थी इसलिए उसने यहाँ पर जॉब करी है ताकि उसका दिन तो निकल जाए। अब हम दोनों एक दूसरे के अच्छे दोस्त बन चुके थे हम दोनों अब कंपनी में और कंपनी से बाहर बिना किसी को बताए मिलने लग गये थे कभी कभी तो हम दोनों एक साथ कंपनी से छुट्टी भी मार लेते थे और किसी को पता तक नहीं चलता था एक दिन की बात है मैं उसे कंपनी के स्टोर रूम में ले गया और वहां पर हम दोनों बैठकर बातें कर रहे थे।

वहां पर कोई आता जाता नहीं था फिर वहां पर उसने मुझे अपनी आप बीती बताई जिसे सुनकर मेरा दिल भी रोने लग गया वो अब ज़ोर ज़ोर से रोने लग गई थी मैं खड़ा हुआ और उसके पास जाकर उसको अपने सीने से लगा लिया तब मैंने पहली बार उसका फिगर नोट किया था सिमरन का जिस्म कुछ ऐसे था 34-30-32, क्यों दोस्तों है ना मस्त आपके लंड में भी हलचल होनी शुरू हो गई होगी। उसके बाद मैंने उसे चुप करवाया पर उसके बूब्स जब मेरे सीने से लग रहे थे तब नीचे से मेरा लंड खड़ा होने लग गया था फिर मैंने उसे जल्दी से चुप करवाया और उसे कहा देखो सिमरन इस दुनिया में जब भी तुम अकेली पड़ जाओ तो मुझे याद करना मैं तुम्हारा हर दम और कदम पर पूरा साथ दूँगा मेरी बातें सुनकर वो थोड़ी खुश हो गई और फिर हम दोनों वहां से निकल लिए और अपने काम पर लग गये ऐसे ही काफ़ी दिन निकल गये और एक दिन मुझे सिमरन का फोन आया उस दिन मेरे घर में मेहमान आए हुए थे उसने मुझे फोन पर कहा की क्या मैं आपके घर मिलने के लिए आ सकती हूँ मैंने उसे कहा की आ तो तुम सकती थी पर इस समय मेरे घर पर मेहमान आए हुए है इसलिए मैंने अपने घर से काफ़ी दूर एक पार्क में उसे आने को कहा, फिर हम दोनों ने 5 बजे का समय सेट किया और फिर हम दोनों पूरे समय पर वहां आ गये वहां जाकर हम दोनों एक कुर्सी पर बैठ गये तो उसने मुझे बतया की वो एक लड़के से बहुत प्यार करती है और वो भी मुझे बहुत प्यार करता है हम दोनों शादी करना चाहते है पर उसके मम्मी पापा बहुत ही खराब है मुझे लगता है की वो मुझे शादी के बाद बहुत ही तंग करेगें इसलिए प्लीज़ आप ही बताओ की मैं उससे शादी करूँ या नहीं? मैंने उसे समझाया की शादी से पहले तो ऐसा ही होता है पर शादी के बाद सब कुछ ठीक हो जाता है इसलिए तुम फिकर मत करो सब कुछ ठीक हो जाएगा उसके बाद मैंने उससे उस लड़के का नंबर ले लिया और उसे भी फोन पर समझा दिया ऐसे मैंने उन दोनों की आन बनकर जड़ से खत्म कर दिया फिर वो अपने घर चली गई और मैं अपने घर मैं खुश था की मैंने उसकी शादी की मुश्किल को खत्म कर दिया था फिर एक दिन वो मेरे पास आई और अपनी शादी का कार्ड मुझे दिया वो बहुत खुश थी और उसने मुझे कहा की आपको आना ही है, शादी से पहले सगाई का प्रोग्रम था जहाँ पर मैं गया उसके परिवार वाले मुझे बहुत मानते थे इसलिए मुझे देखते ही सबसे पहले मेरा बहुत अच्छे से स्वागत किया मैंने वहां पर सिमरन के साथ काफ़ी सारे गानों पर डांस किया और उसके साथ काफ़ी मस्ती करी।

डांस के बाद उसने मुझे कहा की सर आपको मेरी शादी तक यही पर रुकना है लेकिन ऐसा नहीं हो सकता था क्योकि कंपनी में अब बहुत काम था इसलिए मैं किसी भी हालत में छुट्टी नहीं ले सकता था वो काफ़ी ज़िद कर रही थी पर मैंने उसे समझाया और आख़िर वो समझ गई हालत कुछ ऐसे बने की मैं उसकी शादी में जा ही नहीं सका और वो मुझपर इस बात से ग़ुस्सा हो गई पर वो एक समझदार लड़की थी जो मेरी प्राब्लम को जल्दी ही समझ गई। ऐसे ही कुछ समय निकल गया एक दिन उसका फोन आया की सर प्लीज़ आप आज हाफ डे में आ जाओ, और सीधा आप मेरे घर ही आना मैं शादी के बाद आज अपने घर आई हुई हूँ मैंने उसकी बात मान ली क्योकि आज मेरे पास कुछ ज़्यादा काम नहीं था। इसलिए आराम से अपना काम खत्म करके उसके घर पर चला गया उसके घर पर उसकी मम्मी और उसकी एक भाभी ही थी मेरे आते ही उन्होंने मेरा अच्छा स्वागत किया और मैं फिर सिमरन के साथ बातें करने लग गया हम दोनों अभी बातें करने के लिए बैठे ही थे की उसकी मम्मी और भाभी बाजार चली गई और कह गई की हम दोनों रात को 7 बजे तक ही वापिस आएगें अभी समय 4 बजे का हो रहा था फिर हम दोनों अकेले बातें करने लग गये सिमरन ने मुझे बताया की सर मैं बहुत ही परेशान हूँ क्योकि मेरे ससुराल वाले मुझे बहुत तंग करते है। मेरा पति और मेरी सास मुझे बात बात पर एक जानवर की तरह मारते है और मेरा पति तो मुझसे ज़बरदस्ती सेक्स करता है और उसने बस मुझे सेक्स की मशीन समझ रखा है जिससे सेक्स किया जाये और बाद में उसे लात मारकर वो सो जाता है मैं बहुत ही परेशान हो गई हूँ मुझे समझ नहीं आता की मैं अब क्या करूँ, मैं अंदर से बहुत ज़्यादा प्यासी हूँ क्योकि मेरा पति सिर्फ़ सेक्स में अपना पानी निकालता है और मेरा नहीं, शादी के बाद एक दिन भी ऐसा नहीं गया की मैं जिस रात रोई ना हूँ ये बोलते हुये वो रोने लग गई मैं उठकर उसके पास गया और उसे अपने गले से लगा लिया, वो रो रही थी और मैं उसे चुप करा रहा था। जब वो मेरे सिने से लगी हुई थी तो मेरे दोनों हाथ उसकी नंगी कमर पर थे क्योकि उसने साड़ी डाली हुई थी मेरे हाथ अपना कमाल दिखने लग गया था सिमरन कुछ ही देर में गरम होने लग गई उसकी साँसे गरम हो गई थी और मैं उसके माथे को चूम रहा था फिर मैंने उसके ब्लाउज में अपना हाथ डाला और उसे खोल दिया।

सिमरन :- सर आप ये क्या कर रहे हो प्लीज़ रुक जाओ।

मैं :- देखो सिमरन मेरा काम मदद करना है मैंने आज तक तुम्हारे हर मामले में मदद करी है तो आज तुम्हारी प्यास को शांत करना भी मेरा ही काम है आज मुझे मदद करने से ना रोकना प्लीज़।

मेरी इस बात के आगे वो कुछ नहीं बोल पाई और मैंने उसका ब्लाउज खोलकर दूर फेंक दिया अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा में थी जो की काफ़ी सेक्सी थी मैंने ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स को पकड़ लिया और ज़ोर ज़ोर से उसके होंठो को अपने होंठो से चूसने लग गया, दोस्तों किस्सिंग में वो मेरा पूरा साथ दे रही थी जिसे देखकर मुझे काफ़ी अच्छा लग रहा था फिर मैंने अपने हाथ पीछे डालकर उसकी ब्रा के हुक भी खोल दिए और उसकी ब्रा खुलते ही मेरे आगे उसके बूब्स आ गये जो की पूरे गोल गोल और टाइट थे मुझसे अब रुका नहीं गया और मैंने उसके दोनों नंगे बूब्स अपने हाथ में ले लिए और ज़ोर ज़ोर से उसके बूब्स को मसलने लग गया क्या कमाल के बूब्स थे उसके, मुझे सच में बहुत मज़ा आ रहा था मैं अपने लंड को खड़ा हुआ महसूस कर रहा था जो की मेरी पेंट फाड़ने वाला था। मैं उसके दोनों बूब्स को चूसने में काफ़ी मदहोश हो चुका था उसके बूब्स के निप्पलो को मैं चूस चूसकर काट रहा था जिससे वो पूरी की पूरी कांप जाती थी फिर मैंने उसकी साड़ी को ऊपर कर दिया और उसकी पेंटी को उतारकर फेंक दिया पेंटी के उतरते ही मेरे सामने उसकी नंगी चूत आ गई उसकी चूत में से पानी बाहर आ रहा था जिसे देखते ही मेरे मुहँ में पानी आ गया और मैं अपनी जीभ बाहर निकालकर उसकी चूत को चाटने लग गया और ज़ोर ज़ोर से उसकी चूत में अपनी एक ऊँगली भी करने लग गया सिमरन के मुहँ से अहहह. उई. माँ धीरे सर, धीरे से प्लीज, ये निकल रहा था पर अब मैं भी पागल हो गया था मैं ज़ोर ज़ोर से उसकी चूत को चूस और चाट रहा था अचानक से ही सिमरन ने अपनी दोनों टांगो से मुझे कसकर पकड़ लिया और अपने दोनों हाथों से मेरा सर अपनी चूत पर लगा लिया फिर उसने ज़ोर ज़ोर से अपनी गांड को उठाना शुरू कर दिया और मेरे मुहँ पर उसने काफ़ी सारा पानी दे मारा फिर धीरे धीरे उसने अपनी पकड़ को ढीला कर दिया और मैंने उसकी चूत को चाट चाटकर साफ कर दिया।

सिमरन :- सर आप तो कमाल के हो आज कितने समय बाद मुझे ऐसा मज़ा आया है।

मैं :- जान अभी तो मज़ा बाकी है अभी देखती जाओ मैं तुम्हें कितने मज़े देता हूँ।

ये कहते ही मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए जब उसने मेरा 8 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा लंड देखा तो वो डर सी गई मैं उसके ऊपर आया और उसकी गांड के नीचे तकिया रखकर उसकी चूत पर अपना लंड सेट करके उसके ऊपर पूरा लेट गया फिर उसने मुझे कहा की प्लीज़ सर मेरी चूत में आराम से अपना लंड डालना क्योकि ऐसा लंड तो मेरे पति का भी नहीं है क्योकि उनका लंड तो सिर्फ़ 5 इंच का है और बहुत ही पतला सा है और आपका लंड तो एक घोड़े की तरह है तो प्लीज़ मुझ पर तोड़ा रहम करो और आराम से चोदो मुझे। अब ये तो मेरे ऊपर था की मैं उसे कैसे चोदने वाला था इसलिए मैंने उसकी चूत पर अपना लंड रखा और जोरदार धक्के से शुरूवात करते हुए अपना आधा लंड उसकी चूत में डाल दिया जिससे सिमरन की जान सी निकल गई इससे पहले वो दर्द से संभलती मैंने एक और धक्का मारा और उसकी चूत से खून ही खून बाहर निकाल दिया। दोस्तों यह सेक्स स्टोरी आप पर पढ़ रहे है।

मेरा लंड अब पूरा उसकी चूत में था और उसकी आँखो से आँसू बाहर आ रहे थे मैंने उसकी चूत में अपना लंड ज़ोर ज़ोर से आगे पीछे करना शुरू कर दिया और अगले ही 3 मिनट में उसकी चूत ने पानी बाहर निकाल दिया मैंने फिर उसे घोड़ी बना दिया और उसकी चूत को चोदने लग गया अब मेरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ अंदर तक जा रहा था सिमरन की जान मेरे हर एक धक्के से निकल रही थी इसलिए मैं भी उसको चोदने में लगा हुआ था फिर मैंने उस दिन उसको करीब 1 घंटे तक बिना रुके हुए अलग अलग स्टाइल में चोदा और उसकी चूत का सारा पानी और खून मैंने उसी दिन बाहर निकाल दिया, दोस्तों मैंने सिमरन की चूत को चोद चोदकर उसकी चूत का हाल बेहाल कर दिया था जिससे उसको उस दिन बहुत दर्द भी बहुत हुआ था लेकिन उसकी प्यास को बुझाने के लिये इतना काफ़ी था अब सिमरन के चेहरे पर बहुत खुशी थी उसने मुझे लिप्स किस किया और कहा थैंक्स सर आपने मुझे जो सुख दिया है उसके लिए मैं बचपन से तरस रही थी उसके बाद मैं अपने घर आ गया और उस दिन के बाद जब भी सिमरन अपने घर पर आती तो उसी दिन मैं उसे 3 घंटे तक होटल में ले जाकर जमकर चोदता था अब वो मेरी रंडी दोस्त बन गई है जिसको मेरे लंड का स्वाद पड़ गया है।